आजकल अगर आप किसी भी बैंक या फाइनेंशियल संस्था से लोन लेना चाहें — चाहे वो होम लोन हो, कार लोन या पर्सनल लोन — तो सबसे पहले जो चीज़ देखी जाती है वो है आपका क्रेडिट स्कोर। कई बार लोग इस शब्द को सुनकर डर जाते हैं, लेकिन अगर आप इसे अच्छे से समझ लें, तो ये आपके फाइनेंशियल सफर का सबसे बड़ा साथी बन सकता है।
🔍 क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
क्रेडिट स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है जो आपके क्रेडिट व्यवहार को दर्शाती है — मतलब आपने अब तक जितने भी लोन या क्रेडिट कार्ड लिए हैं, उनका भुगतान कैसे किया है। भारत में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला स्कोर है CIBIL Score, जो 300 से 900 के बीच होता है।
750 से ऊपर: बहुत अच्छा (Excellent)
700–749: अच्छा (Good)
650–699: औसत (Average)
600–649: कम (Poor)
300–599: बहुत खराब (Very Poor)
>700 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है।
750+ का स्कोर हो तो बैंक बिना ज्यादा सवाल किए लोन देने को तैयार हो जाते हैं। लेकिन अगर स्कोर 650 से नीचे है, तो लोन मिलना मुश्किल हो सकता है या ब्याज दर ज्यादा हो सकती है।
📊 स्कोर कैसे बनता है?
CIBIL और अन्य क्रेडिट ब्यूरो आपकी फाइनेंशियल हिस्ट्री के आधार पर स्कोर तय करते हैं। स्कोर के निर्माण में निम्न चीजें योगदान देती हैं:
पेमेंट हिस्ट्री (35%): आपने समय पर बिल चुकाए या नहीं।
क्रेडिट उपयोग (30%): आपकी लिमिट का कितना हिस्सा आप खर्च करते हैं।
क्रेडिट की अवधि (15%): आपने कितने सालों से लोन या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किया है।
क्रेडिट मिक्स (10%): पर्सनल, होम, ऑटो जैसे लोन का बैलेंस।
नए क्रेडिट अकाउंट्स (10%): हाल के समय में आपने कितनी बार लोन के लिए अप्लाई किया।
💻 क्रेडिट स्कोर कैसे चेक करें?
अब सवाल ये है कि इस स्कोर को चेक कैसे करें। अच्छी बात यह है कि आप साल में एक बार फ्री में अपना स्कोर देख सकते हैं।
CIBIL स्कोर चेक करने का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका:
1. www.cibil.com वेबसाइट पर जाएं।
2. वहां रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें – नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल और PAN नंबर डालें।
3. एक OTP आएगा, जिससे आपकी पहचान वेरीफाई होगी।
4. इसके बाद आपको अपनी लोन और क्रेडिट डिटेल भरनी होगी।
5. आपकी जानकारी के आधार पर स्कोर जेनरेट होगा और आप रिपोर्ट देख सकेंगे।
इसके अलावा आप HDFC Bank, Paisabazaar, BankBazaar, Paytm Money जैसे प्लेटफॉर्म से भी स्कोर देख सकते हैं।
🛠️ क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारे?
अगर आपका स्कोर कम है तो परेशान मत होइए। इसे सुधारना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी समझदारी और अनुशासन की जरूरत है:
1. सभी बिल समय पर भरें
क्रेडिट कार्ड या EMI में देर करने से स्कोर तेजी से गिरता है।
2. क्रेडिट लिमिट का ज़्यादा इस्तेमाल न करें
अगर आपकी लिमिट ₹1 लाख है, तो कोशिश करें कि महीने में 30–40 हजार से ज्यादा खर्च न करें।
3. एक साथ कई लोन के लिए अप्लाई ना करें
हर बार की गई क्वेरी स्कोर को थोड़ा-थोड़ा गिरा सकती है।
4. पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद न करें
पुराना खाता आपकी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री को दिखाता है, इसे बंद करने से स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
5. क्रेडिट रिपोर्ट में गलती है तो सुधार कराएं
कभी-कभी बैंक गलत जानकारी भेज देता है। ऐसे में रिपोर्ट में त्रुटि मिलने पर तुरंत संबंधित संस्था से संपर्क करें।
✅ क्रेडिट स्कोर क्यों जरूरी है?
• जल्दी लोन स्वीकृति के लिए
• बेहतर ब्याज दर पाने के लिए
• क्रेडिट कार्ड की हाई लिमिट के लिए
• फाइनेंशियल प्लानिंग में मदद के लिए
क्रेडिट स्कोर आपकी वित्तीय ईमानदारी का प्रमाण होता है। इसलिए जरूरी है कि आप इसे समय-समय पर जांचते रहें और अपनी फाइनेंशियल आदतों में सुधार लाएं।
✍️ निष्कर्ष:
क्रेडिट स्कोर कोई रॉकेट साइंस नहीं है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना बड़ी गलती हो सकती है। आज ही एक बार अपना स्कोर जरूर चेक करें और अगर सुधार की जरूरत है तो ऊपर दिए गए आसान तरीकों से शुरू करें। याद रखिए, एक अच्छा स्कोर ना सिर्फ लोन लेने में मदद करता है, बल्कि आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का संकेत भी देता है।
2 thoughts on “Credit Score: क्या होता है क्रेडिट स्कोर? इसे चेक और सुधारने का आसान तरीका”